तपिश को अपने सांसों की मेरी सांसों में घुल जाने दो तपिश को अपने सांसों की मेरी सांसों में घुल जाने दो
पर आज़ाद कहां हूँ पर आज़ाद कहां हूँ
हर भले बुरे हाल में, माथा टेकते जा रहे हैं। हर भले बुरे हाल में, माथा टेकते जा रहे हैं।
और फिर... और फिर...
बीतें हुए पल फिर से जीना चाहते है?स्कूल लाइफ फिर जीना चाहते है?आइये जियें फिर से. बीतें हुए पल फिर से जीना चाहते है?स्कूल लाइफ फिर जीना चाहते है?आइये जियें फिर से...
मैं नहीं करती तुमसे मिलने की ख्वाहिश क्यूँकि तुम रहते हो मेरे पास मुझ में ही कहीं मैं नहीं करती तुमसे मिलने की ख्वाहिश क्यूँकि तुम रहते हो मेरे पास मुझ में ही...